विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया |
इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक
देश की श्रेष्ठ प्रतिभा, प्रबंधन पर राजनिति के ग्रहण की परिणति दर्शाने का प्रयास | -तिलक संपादक
शर्मनिरपेक्ष राजनैतिक ग्रहण के दुष्प्रभाव- प्रतिभा और प्रबंधन में विश्व का श्रेष्ठतम होकर भी राजनिति के दुष्प्रभाव से उसे बदरंग बनाती परिस्थितियों में उचित मार्ग अपना कर श्रेष्ठता प्रमाणित की जा सकती है। देश की श्रेष्ठ प्रतिभा, प्रबंधन पर शर्मनिरपेक्ष राजनिति के ग्रहण की परिणति, दर्शाने का प्रयास है। (टिप्पणी/अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpan पर इमेल/चैट करें। संपर्क सूत्र -https://t.me/ydmstm - तिलक रेलन वरिष्ठ पत्रकार, युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 9971065525, 9911383670, 9911111611
जागो और जगाओ! जड़ों से जुड़ें, युगदर्पण मीडिया समूह YDMS से जुड़ें!! विश्व कल्याणार्थ भारत को विश्व गुरु बनाओ !!! मैकाले ने जिस प्रकार ...
No comments:
Post a Comment
कृप्या प्रतिक्रिया दें, आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्व पूर्ण है | इस से संशोधन और उत्साह पाकर हम आपको श्रेष्ठतम सामग्री दे सकेंगे | धन्यवाद -तिलक संपादक