हम पश्चिमानुरागी सुरक्षा में अमेरिका का अनुसरण करेंगे?
हम प्रगतिशील कहाने को हर बात में पश्चिम का अनुसरण करते हैं, किन्तु सुरक्षा के मामले में अमेरिका का अनुसरण क्यों नहीं करते?
आज से 10 वर्ष पूर्व हुए एकमात्र हमले पर वो चौकन्ना हो गया, हम पिटते -2, पिटने के आदि हो गए ! अपने देश की सुरक्षा भले न करें आतंकी सुरक्षित व निर्भय घूमते रहें इसको सुनिश्चित करना हमने अपना ध्येय बना लिया है ! उनका भय मिटाने को पोटा हटाया, अफज़ल व कसाब को गले से लगाया, विश्व भले इस्लामिक आतंक से ट्रस्ट हो हमने पहले तो कहा आतंक केवल आतंक होता है , बाद में जब रंग स्वीकारना पड़ा तो हरा को भगवा पहना दिया ! इस देश को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ने पर भी पता नहीं पाकिस्तान और मुस्लिम अब भी हमसे संतुष्ट क्यों नहीं होते? आतंकी हमले हमें जनता के सामने नकली आंसू बहाने को बाध्य करते रहते हैं !
अमेरिका भी पूर्व राष्ट्र पति से लेकर अन्य प्रभावशाली लोगों तक सबको अपनी सुरक्षा के नामसे परेशान करता है तो सारी शर्मनिरपेक्षता के बाद भी सारा वोट बैंक पक्का नहीं कर पाते! फिर भी, प्रगतिशील कहाने को हर बात में पश्चिम का अनुसरण करने वाले हम, कभी सुरक्षा के मामले में अमेरिका का अनुसरण नहीं कर पाते !
नहीं कर सकती, भारतीय वायु सेवाएँ सुरक्षा के नाम पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्र पति, व इंग्लैण्ड की महारानी की जाँच! इसकी तो क्या भारत सरकार की भी क्षमता नहीं है ऐसा कुछ करने की ! तभी तो वहां 10 वर्ष के बाद भी जो दोहराया नहीं जा सका यहाँ कभी भी दोहराया जा सकता है सदा सर्वदा ! कब तक पिटते रहेंगे, हम लोग ?
आखिर, कब तक पिटते रहेंगे, हम लोग ?
तिलक संपादक युग दर्पण
सुरक्षा समर्पण/ आत्म समर्पण
देश की श्रेष्ठ प्रतिभा,प्रबंधन पर
राजनिति के ग्रहण की परिणति दर्शाने का प्रयास !
No comments:
Post a Comment
कृप्या प्रतिक्रिया दें, आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्व पूर्ण है | इस से संशोधन और उत्साह पाकर हम आपको श्रेष्ठतम सामग्री दे सकेंगे | धन्यवाद -तिलक संपादक